बूढ़े बाबू मेले में दंगल का हुआ आयोजन, पहलवानों ने दिखाए दांव पेंच
गभाना: क्षेत्र के गांव दौरऊ में रविवार को बूढे़ बाबू के मेले का पारंपरिक तरीके से आयोजन किया गया। मेले में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना करने के साथ ही मेले का जमकर लुत्फ उठाया
मेले में सुबह से ही क्षेत्र भर से भारी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। उन्होंने वहां पहुंचकर प्राचीन तालाब की पूजा अर्चना की और तालाब से मिट्टी निकालकर शरीर के चर्म रोगों पर लगाया। मान्यता है कि तालाब से मिट्टी निकालकर शरीर पर लगाने से चर्म रोगों का निदान होता है। शाम के वक्त हुए कुश्ती दंगल में कई नामी गिरामी पहलवानों ने भाग लेकर अपनी मल्ल विद्या का प्रदर्शन कर लोगों की शाबासी व तालियां बटोरी।
कुश्ती दंगल प्रतियोगिता का शुभारंभ पूर्व मंत्री ठा. दलवीर सिंह के पौत्र व युवा नेता अजय सिंह ने फीता काटकर व पहलवानों का हाथ मिलवाकर किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुश्ती भारत की प्राचीन परंपरा व पसंदीदा खेल है। जो मानव शरीर का विकास करता है तथा अनुशासन व सद्भावना को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि अनुसाशन ही देश को आगे बढ़ाने का सबसे बड़ा साधन है। खेल में प्रतियोगी अपनी प्रतिभा दिखाकर स्वयं का, परिवार, गांव व शहर का नाम रोशन करता है। इस खेल ने देश को कई नामी गिरामी पहलवान दिए हैं। प्रतियोगिता में 51 साै रुपये की कुश्ती तुरसैन के नरेंद्र व मथुरा के अनिल के बीच व 31 साै रुपये की कुश्ती नीम गांव के अमित व बरला के आदिल के बीच बराबरी पर छूटी, जबकि 25 सौ रुपये की कुश्ती में अलीगढ़ के भूरा ने नीम गांव के आकाश को पटखनी देते हुए जीत ली।
इस मौके पर अशोक आजाद प्रधान, विनय कुमार, प्रेमपाल सिंह, देवेंद्र सिंह राना, रामगोपाल सिंह, शिवकुमार मास्टर, हिमांशु माहेश्वरी, सुखवीर सिंह, करनपाल प्रधान, हुकुम सिंह, योगेश दिवाकर, अवनीश ठाकुर, सीटू प्रधान आदि मौजूद रहे। उधर मेले में लगे खेल कूद तमाशों के अलावा खान-पान की सामग्री वाली दुकानों से लोगों ने खरीददारी कर मेले का भरपूर आनंद उठाया। पुलिस की भी मेले में मुस्तैदी बनी रही।