भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक पर्व पर निकली भव्य शोभायात्रा
कस्बा बेसवां में भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक पर्व के उपलक्ष्य में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। बैंड बाजों की मधुर ध्वनि, भक्ति गीतों और नारों के उद्घोष से माहौल भक्तिमय हो गया। शोभायात्रा का शुभारंभ जैन धर्मशाला स्थित प्राचीन जैन मंदिर से विधिवत पूजा-अर्चना के बाद किया गया। भगवान आदिनाथ की मनोहारी झांकी शोभायमान थी। शोभायात्रा में आकर्षक झांकियाें ने सभी का मन मोह लिया।
यात्रा में एरावत हाथी की प्रतिमा पर भगवान तीर्थंकर के माता-पिता स्वरूप राकेश जैन व सुमित जैन ने श्रद्धालुओं पर चांदी के सिक्कों और मेवा की वर्षा की। यात्रा में सौधर्म इंद्र, धनकुबेर, ईशान इंद्र आदि 16 रथों पर सवार इंद्र-इंद्राणियां शोभायमान थीं। जिनकी झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। यात्रा में अलीगढ़, हाथरस, सासनी, मथुरा, दिल्ली सहित कई स्थानों से बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रद्धालु शामिल हुए। शोभायात्रा के पूर्व मंत्र आराधना, जन्मकल्याण संस्कार, श्रीजी अभिषेक, शांतिधारा, नित्य महापूजा, आदिकुमार श्रृंगार किया गया। आचार्य आदित्य सागर ने धर्मोपदेश देते हुए कहा कि सांसारिक दौड़ का अंत संन्यास है, इच्छाओं का समापन संन्यास है। समाधि की साधना का शुभारंभ है संन्यास। आदिनाथ जैसे दिव्य शरीर भी एक क्षण में छाया में विलीन हो जाते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष संजय जैन, सारिका जैन, कमल जैन, शैली जैन, अंशिका जैन, प्राची जैन, विकास जैन, राजीव जैन आदि थे।