पापों से मुक्ति दिलाती है श्रीमद् भागवत कथा : मयंक उपाध्याय
इगलास। श्रीमद् भागवत कथा वह दिव्य ग्रंथ है जो पापों से मुक्ति दिलाने का एक अद्भुत साधन है। इसमें वर्णित कथाएं भक्ति, ज्ञान और कर्म की शिक्षा देती हैं, जो मनुष्य को पापों के बंधन से मुक्त करने में सहायक है। उक्त प्रवचन क्षेत्र के बिसाहुली में बांके बिहारी मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में व्यास कार्ष्णि मयंक उपाध्याय ने कहे। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से मन में भक्ति जागृत होती है। जीवन के सार, आत्मा और परमात्मा के संबंध, कर्म और फल के नियमों को समझना है तो कथा श्रवण करनी चाहिए। वहीं गांव तोछीगढ़ के विजय विद्यालय इंटर कालेज में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में व्यास कमल किशोरी ने कहा कि यदि कोई व्रत करना है तो संकल्प लो कि किसी की चुगली व बुराई नहीं करेंगे। कोई भी व्यक्ति तंबाकू, गुटखा, शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करेगा। इस अवसर पर कालीचरण, मुन्ना सिंह, डा. श्याम सिंह, डा. संजीव गुप्ता, नेत्रपाल सिंह, अर्जुन सिंह, लाला गुड्डू, सीमा, राधा, कुसमा, रीना आदि थे।