अलम का जुलूस निकाला, गूंजी या हुसैन, या अली की सदाएं
इगलास। मुहर्रम के अवसर पर गांव सहरा खुर्द स्थित इमामबाड़े से मजलिस और मातम के साथ अलम का जुलूस निकाला गया। अकीदतमंदों ने इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए अलम के जुलूस निकाले। जुलूस जैसे-जैसे आगे बढ़ा या हुसैन और या अली की गूंज से वातावरण पूरी तरह गमगीन हो गया। मजलिस में धर्मगुरुओं ने इमाम हुसैन की कुर्बानी, कर्बला की घटना और इंसानियत के पैगाम को विस्तार से बताया। मजलिस के बाद मातम किया गया, जिसमें नोहे और सोजखानी के साथ अकीदतमंदों ने श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर अकील, इस्लाम, नईम, इकराम, आरिफ, शाहिद, जाहिद, नासिर सहित बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए। जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।