गभाना। तहसील क्षेत्र में पिछले दिनों बारिश से हुए नुकसान से लोग अभी उभरे भी नहीं थे कि बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश ने फिर से उनके जख्मों को हरा कर दिया हैं। गरीब व मजदूर परिवारों के लिए बारिश आफत बनकर बरस रही हैं। बारिश से क्षेत्र में कई लोगों के मकान गिर गए हैं, वहीं तमाम घरों की छतें टपकने लगी हैं। ऐसे में वह भगवान से रहम की दुआ करते नजर आ रहे हैं। वहीं मूसलाधार भारी से आमजनों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह जलभराव होने के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। किसानों के खेतों में खड़ी धान, बाजरा व अरहर की फसलों को भी बारिश से खासा नुकसान पहुंचा हैं।बुधवार तड़के से शुरू हुई झमाझम बारिश देर रात तक जारी रही। कस्बा में रतनेश कुमार उर्फ बंटी का मकान बारिश के चलते भर भराकर गिर पड़ा। गनीमत रही कि हादसे के समय परिजन बाहर थे। मलवे उनका घरेलू सामान दबकर बेकार हो गया। वहीं नगला नत्था में भरत सिंह के घेर की दीवार गिर पड़ी। जिसमें पशुओं को भी चोट पहुंची हैं। पीड़ितों ने शासन प्रशासन से मदद को गुहार लगाई है। इसके अलावा क्षेत्र में तमाम कच्चे व पक्के घरों की छतें टपकने लगीं हैं, जिससे लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।वहीं बारिश से किसानों की फसलों भी काफी नुकसान पहुंचा हैं। किसानों का कहना है कि पिछली दिनों हुई बारिश से पहले ही फसलों को काफी नुकसान हुआ हैं, रही सही कसर बुधवार को हुई भारी बारिश ने पूरी कर दी। खेतों में खड़ी धान, बाजरा व अरहर समेत अन्य फसलें पूरी तरह से बिछ गई हैं। अधिक पानी भरा होने से फसल सड़ जाएगी, जो बचेगी उसका दाना भी काला पड़ जाएगा। ऐसे में उन्हें फसलों का मूल्य लागत मूल्य के बराबर भी नहीं मिल पाएगा। एसडीएम विनीत कुमार मिश्रा ने कहा कि हल्का लेखपालों को बारिश के दौरान हुए क्षति का आंकलन कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि पीड़ितों की नियमानुसार मदद कराई जा सके।गुरुवार को रहेंगे स्कूल बंद
मौसम विभाग की ओर से गुरुवार भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए डीएम विशाख जी ने जनपद के सरकारी/ गैर सरकारी/ प्राईवेट/ सीबीएसई/ आईसीएससी कक्षा नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों बंद करने के निर्देश जारी किए हैं। जिस पर बीएसए डा. राकेश कुमार सिंह ने स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किया हैं।