पाप व संताप से मुक्ति प्रदान करती है रामकथा
इगलास : रामकथा पाप-ताप-संताप से मुक्ति प्रदान करती है, सबसे छोटी इकाई परिवार है। परिवार में जब तक प्रेम नहीं होगा तब तक समाज व देश में प्रेम की कल्पना नहीं की जा सकती है उक्त प्रवचन क्षेत्र के गांव विशनपुर में चल रही श्री राम कथा का श्रवण कराते हुए आचार्य अजयकृष्ण शास्त्री ने रखे। उन्होंने सती व भगवान शिव के मध्य हुए संवाद के प्रसंग का श्रवण कराते हुए कहा कि दंपती के मध्य वैचारिक मतभेद कलह को जन्म देते हैं। आज मनुष्य को यह बोध नहीं है कि क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए। इसका ही परिणाम है वह पाप कर बैठता है। मनुष्य को पाप-ताप-संताप से बचाने परिवार व समाज में समरसता लाने का काम रामचरित मानस पाठ द्वारा ही हो सकता है। मुख्य यजमान श्यामवीर कटारा रहे।